कहते हैं एक दिन दुनिया छोड़कर सबको जाना है यह सभी जानते हैं दुनिया छोड़कर जाने के बाद अपना हरा भरा परिवार समाज को छोड़कर जाने के बाद अपनी याददाश्त छोड़कर चले जाते हैं लेकिन समाज में सभी समाज अच्छा काम करते जिस घर से शव यात्रा निकल कर अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट पर लेकर जाते हिन्दू रिति रिवाज से अंतिम संस्कार किया जाता है इसी प्रकार ग्राम टांडा बरूड़ में श्री सुर्य वंशी कुमरावत तंबोली समाज बरूड़ में श्री पांची लाल जी कुमरावत की धर्मपत्नी रूपेश भंया की माता जी स्वर्गीय श्रीमती कमला बाई की स्मृति में पगड़ी कार्यक्रम में परिवार की ओर से तंबोली समाज बरूड़ को 2500 रूपए धर्मशाला में पंखे हेतु दान स्वरूप दिए