प्रेम रावत को सुनने आए 3.75 लाख लोग बना विश्व रिकार्ड
बोधगया : प्रसिद्ध शिक्षाविद प्रेम रावत ने 'जीवन के मूल्य की समझ अपने आप को जानना' विषय पर रविवार को गया जिले के बोधगया के औरा गांव में व्यख्यान दिया। उनकी गहरी बातों को सुनने की ऐसी ललक रही कि यह किसी मेंटर को सुनने आई भीड़ का नया विश्व रिकार्ड बन गया। गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स की टीम ने दर्शकों की संख्या 3,75,603 रिकार्ड की। 40 एकड़ के सभा स्थल में प्रवेश को 16 द्वार बनाए गए थे। सभी द्वार पर गिनती के लिए आटोमेटिक मशीन लगी थी, जिसमें लोगों की संख्या गिनना संभव हो सका। दर्शकों में 50 आप्रवासी थे। गिनिज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स के निर्णायक स्वप्निल डंगरिकार व प्रवीण पटेल और विषय वस्तु विशेषज्ञ की उपस्थिति में प्रेम रावत ने मंच पर प्रणाम पत्र स्वीकार किया। उनका यह संबोधन एक घंटे से भी ज्यादा समय रहा। उन्होंने आज हम जिस दुनिया में रहते है, उसमें अपने आप को जानने के महत्व पर प्रकाश डाला। किसी भी अन्य चीज से अधिक अपने आप को जानने को महत्व देते हुए कहा कि अपने आप को जानो। उन्होंने आगे कहा कहा, अज्ञानता भ्रम पैदा करती है, जबकि ज्ञान संतोष और संतुष्टि की भावना को पैदा करता है। अपने आप को समझने के पिछे एक और प्रमुख उद्देश्य यह है कि जीवन में हमारा नियंत्रण केवल अपने आप पर होता है। और यही हमारे जीवन में हमारी खुशी और शांति को निर्धारित करता है। इसलिए जीवन यात्रा में अपने आप को जानना हमें ड्राइवर की सीट पर रखता है। प्रेम ने आगे कहा, इससे कोई फर्क नही पड़ता कि हम ईश्वर में विश्वास करते हैं या नही, हर विचार, अवधारणा और विश्वास से परे, हमारे पास यह जीवन है, हम देखने योग्य ब्राह्मंड को देख सकते हैं और यह सृष्टि स्पष्ट है और यही शक्ति इस सृष्टि को चला रही है।
प्रेम रावत एक प्रसिद्ध शिक्षाविद, बेस्टसेलर लेखक, मानवतावाद और अब दो गिनिज वर्ल्ड रिकार्ड के धारक है, जो विश्व भर के श्रोताओं को वास्तव में अपने आप से जुडने और संतुष्टि का जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हैं। प्रेम रावत ने प्रत्येक व्यक्ति के लिए आशा और शांति का व्यावहारिक संदेश लाने के लिए अपने अथक प्रयासों से लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है