ग्रामीणों का आरोप है कि की ग्राम पंचायत में ही शासकीय उचित मूल्य की दुकान में है समय के अनुसार सब कुछ मिलता है और जो कि एक सेल्समैन आता है यहां से 10 किलोमीटर दूरी है वह महीने में एक बार आता है और 1 दिन दुकान खुलती है जिस व्यक्ति ने अपना राशन लिया नहीं तो वे अनाज नहीं ले पाता इसीलिए आज सभी ग्रामीणों ने आरोप लगाया है की होगा सेल्समैन तो पंचायत का होगा नहीं तो हम कोई भी राशन नहीं लेंगे