चीता प्रॉजेक्ट से राजस्थान में होगा चमत्कार! टूरिस्ट बढ़ने की उम्मीद

  • Sep 26, 2022
  • Pushpanjali Today

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कुनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान के राजस्थान से निकटता होने कारण आगामी समय में राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की संभावना है। 'चीता परियोजना' का प्रवेश बिंदु सवाई माधोपुर से सिर्फ 100 किलोमीटर दूर है

मध्य प्रदेश के कुनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान के राजस्थान से निकटता होने कारण आगामी समय में राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की संभावना है। 'चीता परियोजना' का प्रवेश बिंदु सवाई माधोपुर से सिर्फ 100 किलोमीटर दूर है। मध्य प्रदेश का कुनो राष्ट्रीय उद्यान, भारत में अफ्रीकी चीतों का नया घर बना है। नामीबिया से विमान के जरिऐ लाए गए आठ चीतों को हाल ही में कुनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े जाने के बाद यह स्थान अपनी नई वैश्विक प्रसिद्धि का आधार बन रहा है

विशेषज्ञों का मानना है कि चीता देश में एक नया आकर्षण है और यदि उनका स्थानान्तरण सफल होता है, तो इससे राजस्थान के रणथम्भौर राष्ट्रीय उद्यान के आसपास के क्षेत्र में एक नया सर्किट विकसित होगा। विशेषज्ञों के अनुसार कुनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान (केपीएनपी) का प्रवेश बिंदु करहल राजस्थान के रणथम्भोर राष्ट्रीय उद्यान से सिर्फ 100 किलोमीटर दूर है और यहां से निकटतम रेलवे स्टेशन सवाई माधोपुर है। 


पर्यटकों की संख्या में होगी वृद्धि

फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म ऑफ राजस्थान (एफएचटीआर) के कार्यकारी सदस्य बालेंदु सिंह के अनुसार, 'एक बार पार्क पूरी तरह से खुल जाने के बाद पर्यटन में निश्चित रूप से वृद्धि होगी। सवाई माधोपुर निकटतम ट्रेन जंक्शन है। साथ ही, नई दिल्ली-मुंबई मेगा हाईवे सवाईमाधोपुर से होकर गुजरेगा। यह प्रवेश द्वारों में से एक है, इसलिए निश्चित रूप से कुनो की सफलता के बाद पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।


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